चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिन्दुओ का नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है ज्योतिष ज्योतिषशास्त्री इसका उपयोग भारत के वर्षफल के लिए भी करते है l
हिन्दू नव वर्ष कि कुंडली क्या दे रही है संकेत,
पूरा विश्व कोरोना वायरस के चपेट में है
हालांकि भारत में इसका सामना अभी तक बहुत सूझबूझ से किया हे और 250 से अधिक शहरो को लॉक डाउन किया है जिसके कारण सबसे अधिक जनसंख्या होने के बावजूद हमारी स्थति अभी भी संभाली हुए है.
जबकि यूरोपियन कंट्री में रोज हजारो की संख्या में लोग इन्फेक्टेड हो रहे है
चंद्रमा की नवम भाव में स्थिति एव सप्तम में शनि मंगल की युति ये संकेत दे रही हे की सरकार के सख्ती द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को बहुत हद तक नियंत्रित कर लेगी,
लेकिन बुध की अष्टम में एव बृहस्पति की छठे में केतु के साथ कमजोर स्थति भारत के इकॉनमी को और कमजोर करेगी। प्रमुख वैश्विक मंदी भारतीय अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगी l
वर्ष 2019 के बाद से ही मैंने भारत के लिए एक बड़े आर्थिक संकट और युद्ध जैसी स्थिति के बारे में प्रिडिक्ट किया है । अगस्त 2019 की शुरुआत में मैंने अपने लेख में इसके बारे में बताया था.
इंडिया की अभी चंद्र -शनि की दशा चल रही है , दोनों ही ग्रह इंडिया के चार्ट एव नव बर्ष कुंडली में अच्छी स्थति बनाये हुए है जो संकेत देता है की भारत मजबूती से इस स्थति का सामना करेगा। मंगल का मकर राशि में प्रवेश और बृहस्पति का 30 मार्च को मकर राशि में प्रवेश स्थति सँभालने का संकेत दे रही है। किन्तु आर्थिक स्थिति संभलने में बहुत समय लगेगा l शनि और गुरु की महायुति के कारण विश्व में बड़े बदलाव होंगे जिसका मनोविज्ञानिक रूप से तनाव लोगों पर बहुत गहरे में पड़ेगा l